लेटे हुए हनुमान जी (Lete Hanuman Ji Mandir )- इलाहाबाद
इलाहाबाद के संगम तट पर है लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर । यहां हनुमान जी प्रयाग के कोतवाल के रूप में स्थापित है।
संगम आने वाला प्रतेक श्रद्धालु यहां जरूर आता है। हनुमान जी के दर्शन बिना उन का पुण्य लाभ पूरा नहीं होता।
यहां लेटे हुए हुए हनुमान जी के दर्शन को लोग दूर-दूर से आते हैं खास कर वो लोग जो संगम स्नान के लिए आते हैं। जानकार बताते है कि शायद ही दुनिया में ऐसा मंदिर होगा जहां हनुमान जी विश्राम अवस्था में है। वो इसलिए की लंका विजय के बाद मां जानकी ने हनुमान के शरीर पर सिन्दूर का लेप लगाकर उनके यहां विश्राम करने का आदेश दिया।
संगम आने वाला प्रतेक श्रद्धालु यहां जरूर आता है। हनुमान जी के दर्शन बिना उन का पुण्य लाभ पूरा नहीं होता। इलाहाबाद शहर के लोग इस मंदिर को बड़े हनुमान जी, बांध वाले हनुमान जी और लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर के नाम से जानते हैं।
Jai Hanuman Ji Ki !
Jai Sidhbalibaba Ki!
इलाहाबाद के संगम तट पर है लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर । यहां हनुमान जी प्रयाग के कोतवाल के रूप में स्थापित है।
संगम आने वाला प्रतेक श्रद्धालु यहां जरूर आता है। हनुमान जी के दर्शन बिना उन का पुण्य लाभ पूरा नहीं होता।
Lete Huye Hanuman ji |
यहां लेटे हुए हुए हनुमान जी के दर्शन को लोग दूर-दूर से आते हैं खास कर वो लोग जो संगम स्नान के लिए आते हैं। जानकार बताते है कि शायद ही दुनिया में ऐसा मंदिर होगा जहां हनुमान जी विश्राम अवस्था में है। वो इसलिए की लंका विजय के बाद मां जानकी ने हनुमान के शरीर पर सिन्दूर का लेप लगाकर उनके यहां विश्राम करने का आदेश दिया।
संगम आने वाला प्रतेक श्रद्धालु यहां जरूर आता है। हनुमान जी के दर्शन बिना उन का पुण्य लाभ पूरा नहीं होता। इलाहाबाद शहर के लोग इस मंदिर को बड़े हनुमान जी, बांध वाले हनुमान जी और लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर के नाम से जानते हैं।
Jai Hanuman Ji Ki !
Jai Sidhbalibaba Ki!